Saturday, March 22, 2008

Festival of colour: Holi

रितुराज बसंत के आगमन हो चुका है पड़ेभी अपने किसलय के साथ झूम झूम कर इसका सवागत कर रहे है ! हम लोग्भी होली के रंगो के साथ इसका सवाग्थ करे।

सध्भावाना की भए बयार , रंगो ने भेद मित्य है!!
गारो को भी दोस्त बना सबको दोस्त बनया है !